दक्षता आधारित पाठ्यक्रम विकास (Competency-Based Curriculum Development)-(न्यूनतम अधिगम स्तर सहित):-
भूमिका (Introduction):-
शिक्षा केवल जानकारी प्राप्त करने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आवश्यक है कि छात्र व्यवहारिक रूप से ज्ञान और कौशल का प्रयोग कर सकें। इसी सोच के आधार पर दक्षता आधारित पाठ्यक्रम (Competency-Based Curriculum) की अवधारणा विकसित की गई है। इसका उद्देश्य छात्रों में आवश्यक जीवनोपयोगी दक्षताओं को विकसित करना है।
दक्षता आधारित पाठ्यक्रम की परिभाषा:-
“दक्षता आधारित पाठ्यक्रम एक ऐसा पाठ्यक्रम है जो पूर्व निर्धारित ज्ञान, कौशल एवं मूल्यों को अर्जित करने की स्पष्ट रूपरेखा प्रस्तुत करता है, जिससे छात्र व्यवहारिक रूप से सक्षम बन सके।”
प्रमुख उद्देश्य:-
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छात्रों को आवश्यक व्यवहारिक दक्षताओं से सुसज्जित करना
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शिक्षा को लक्ष्य आधारित और परिणाम उन्मुख बनाना
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प्रत्येक छात्र की प्रगति को मापने योग्य बनाना
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कमजोर छात्रों को भी सीखने का अवसर देना
दक्षता (Competency) :-
दक्षता का तात्पर्य है – किसी कार्य को प्रभावी और कुशलता पूर्वक करने की योग्यता। यह चार मुख्य घटकों से मिलकर बनती है:
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ज्ञान (Knowledge)
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कौशल (Skill)
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व्यवहार (Attitude)
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मूल्य (Values)
न्यूनतम अधिगम स्तर (Minimum Levels of Learning – MLL):-
परिभाषा:
न्यूनतम अधिगम स्तर (MLL) वे बुनियादी शिक्षण लक्ष्य हैं जो प्रत्येक छात्र को किसी कक्षा/विषय में प्राप्त करने चाहिए, ताकि वह अगली कक्षा के लिए तैयार हो सके।
MLL के उद्देश्य:-
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सभी छात्रों के लिए शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करना
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शिक्षक को स्पष्ट लक्ष्य प्रदान करना
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कमजोर और पिछड़े छात्रों की पहचान करना
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मूल्यांकन प्रणाली को निष्पक्ष बनाना
विशेषताएँ (Characteristics):-
विशेषता | विवरण |
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पूर्व निर्धारित लक्ष्य | प्रत्येक विषय व कक्षा के लिए शिक्षण लक्ष्य निर्धारित होते हैं |
मापन योग्य | छात्र की प्रगति को मापने के लिए स्पष्ट मानदंड होते हैं |
लचीलापन | छात्र अपनी गति से सीख सकते हैं |
सतत मूल्यांकन | CCE के तहत निरंतर आकलन |
मूल्यांकन पद्धति:-
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व्यवहारिक मूल्यांकन (Performance Based)
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कौशल आधारित टेस्ट
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परियोजना कार्य (Project Work)
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पर्यवेक्षण व पोर्टफोलियो
भारत में कार्यान्वयन:
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1986 की राष्ट्रीय शिक्षा नीति में MLL का प्रस्ताव
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NCERT द्वारा प्राथमिक स्तर पर कार्यान्वयन
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NEP 2020 में Competency-Based Assessment को बढ़ावा
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FLN मिशन (Foundational Literacy and Numeracy) की शुरुआत
लाभ (Advantages):
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शिक्षा प्रणाली में जवाबदेही बढ़ती है
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शिक्षक और छात्र दोनों के लिए लक्ष्य स्पष्ट होते हैं
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कमजोर छात्रों को सीखने का अवसर मिलता है
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मूल्यांकन प्रणाली अधिक प्रभावशाली बनती है
चुनौतियाँ (Challenges):
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शिक्षकों को अतिरिक्त प्रशिक्षण की आवश्यकता
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संसाधनों की कमी (Smart Classes, Worksheets)
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मूल्यांकन प्रणाली में पारदर्शिता बनाए रखना
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ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यान्वयन कठिन
निष्कर्ष (Conclusion):-
दक्षता आधारित पाठ्यक्रम विकास आधुनिक शिक्षा प्रणाली की आवश्यकता है, जो छात्रों को केवल ज्ञान ही नहीं, बल्कि व्यवहारिक दक्षताओं में भी पारंगत बनाता है। न्यूनतम अधिगम स्तर (MLL) इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक सिद्ध होता है। शिक्षा की गुणवत्ता, समानता और प्रासंगिकता बढ़ाने हेतु यह एक प्रभावशाली प्रयास है।