शुभांशु शुक्ला – पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री जिन्होंने ISS तक उड़ान भरी
🔸 जन्म व प्रारंभिक जीवन
जन्म तिथि: 10 अक्टूबर 1985
जन्म स्थान: लखनऊ, उत्तर प्रदेश
शुभांशु शुक्ला का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था, लेकिन उन्होंने बचपन से ही आकाश की ऊँचाइयों को छूने का सपना देखा। पढ़ाई के दौरान ही उन्हें विज्ञान और उड़ान में गहरी रुचि थी।
🔸 वायुसेना में शामिल होने की यात्रा
वर्ष 2006 में शुभांशु भारतीय वायुसेना में शामिल हुए। उन्होंने Su-30 MKI, MiG-21 और जगुआर जैसे उन्नत लड़ाकू विमानों को उड़ाया और 2,000 घंटे से अधिक का उड़ान अनुभव प्राप्त किया। वे एक प्रशिक्षित टेस्ट पायलट हैं, जिनका योगदान भारतीय रक्षा उड़ानों में महत्वपूर्ण रहा है।
🔸 अंतरिक्ष की दिशा में पहला कदम – गगनयान
2019 में उन्हें भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान के लिए चुना गया। इसके तहत उन्हें रूस के यूरी गगारिन कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर में अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण के लिए भेजा गया, जहाँ उन्होंने मानसिक और शारीरिक रूप से कठिन प्रशिक्षण पूरा किया।
🔸 अंतरिक्ष इतिहास में ऐतिहासिक मिशन – Axiom-4
2024 में शुभांशु को Axiom Mission-4 (Ax-4) का पायलट नियुक्त किया गया, जो अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए एक वाणिज्यिक अंतरिक्ष मिशन है। तकनीकी समस्याओं के कारण यह मिशन पहले 10 जून 2025 से टाल दिया गया, लेकिन अंततः 25 जून 2025 को स्पेसX के फाल्कन 9 रॉकेट और ड्रैगन कैप्सूल के ज़रिए शुभांशु शुक्ला, कमांडर पैगी व्हिटसन और दो अन्य विशेषज्ञों के साथ सफलतापूर्वक अंतरिक्ष के लिए रवाना हुए।
🔸 गौरव का क्षण – पहला भारतीय ISS यात्री
Axiom-4 के ज़रिए शुभांशु शुक्ला अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुँचने वाले पहले भारतीय बन गए। यह उपलब्धि न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन का महत्वपूर्ण पल था, बल्कि यह भारत के लिए भी एक ऐतिहासिक उपलब्धि रही।